कैंसर अनियमित वृद्धि करने वाली कोशिकाएं का एक समूह होती है। जो दूसरी सामान्य कोशिकाओ के व्यवहार और क्रिया को इनफेक्ट करती है। यानी अपने जैसा बना लेती है। और असाधरण कोशिकाओं की आक्रमक वृद्धि होने लगती है। कैंसर आज के समय में बहुत ही बड़ी समस्या है। क्युकी आज भी इसका कोई प्रोपर इलाज नहीं है। सरल भाषा में कहे तो यह कोशिकाओं को अनियमित रूप से बढ़ता है। जिससे संक्रमित व्यक्ति के शरीर पर गठ सी बनने लगती है। जो बस बढ़ते ही जाती है। पर यह कोई संक्रामक रोग नही है। यानी की यह छूने से नही फैलता है।
इस विभाजन को आदिऑनकोजिंस प्रेरित करता है। ओकोज़न के उत्परिवंत के कारण डीएनए के किसी अणु के द्विकरण के समय वृद्धि होती है। जिससे कोशिकाओं का विभाजन और वृद्धि अनियमित हो जाती हैं।
आंकड़े
• WHO की रिपोर्ट के अनुसार साल 2018 में कैंसर के 1.81 करोड़ मामले सामने आए थे। जिनमें से केवल 96 लाख लोगो की मौत हो गई थी।
• जनरल ग्लोबल ओंकोलोजी सर्वे के अनुसार विकसित देशों की तुलना में भारत में कैंसर से मरने वालो की संख्या दुगनी है। भारत में हर 10 कैंसर मरीजो में से 7 की मौत हो जाती है।
• भारत में कैंसर के मामले पिछले कुछ सालों में 10% वृद्धि और 2025 तक 13.9 लाख केस पहुंच सकते है।
रिसोर्स (इंटरनेट, यूटब)
कैंसर के प्रकार
1. सरकोमा- सरकोमा एक प्रकार का कैंसर है। जो शरीर के विभिन्न भागों में हो सकता है। यह हड्डियों और नरम सयोजी उतको में उत्पन्न होता है। यह मुख्यता हड्डियों को प्रभावित करता है।
इसके विभिन्न करण होते है। जैसे- वंशानुगति सिनड्रोम,पुरानी सूजन, वायरस के संपर्क में आने से आदि
2. कर्सीनोमा- एपिथिलियम उतक या त्वचा में होने वाली वृद्धि कर्सीनोम का करण है। यह कैंसर का सबसे आम प्रकार है। वे उपकला कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है। यह कोशिकाएं शरीर के अन्दर और बाहर की सतहो पर होती है। इसमें त्वचा कैंसर, फेफड़े का कैंसर, स्तन कैंसर आदि होते है।
3. लुकेमिया-इसे ब्लड कैंसर कहते है। जिसमें अस्थि मज्जा में कोशिकाओं के अनियमित वृद्धि होने लगती है। कोशिकाओं की अनियमित के करण रुधिर में लियुको साइट की संख्या बड़ जाती है।
इसके होने के कुछ कारण है। जैसे:वंशानुगत, धूम्रपान, आनुवांसिक विकार (डाउन सिनड्रोम, फेंनकोनी), विकिरण के संपर्क में आने से होता है।
होने के कुछ मुख्य कारण
1. चबाना- सुपारी वा तंबाकू चबाने से मुंह का कैंसर और गले का कैंसर होने करण होता है।
2. भौतिक उतेजना- शरीर में किसी भाग में लगातार उतेजना होने से उस भाग में कैंसर होने की संभावना होती है।
3. रसायनिक उपयोग- अनेको प्रकार के रसायन कैंसर का कारण बनते है। यह निकोटीन, केफिन, कोयला, आदि से होते हैं
4. वायरस- अनेक प्रकार के वायरस भी कैंसर का कारण बनते है।
5. क्षत्तिग्रस्त भाग या चोट लगने से- शरीर के किसी भी भाग पर चोट लगने से और अधिक समय तक क्षति ग्रस्त रहने से कैंसर हो सकता है
कैंसर के लक्षण
1. शरीर के किसी भाग में गांठ बनना जैसे होठ, जीभ, स्तन आदि।
2. जख्म का जल्दी ना भरना।
3. किसी तिल या मस्से में अचानक वृद्धि होना।
कैंसर का उपचार
डाक्टरो और वेज्ञानिक को अभी तक कोई भी इलाज नहीं मिल पाया है।पर सही समय पर इसका पता लगने पर उपचार किया जा सकता है। आजकल जैसे कीमोथेरपी, शल्य चिकित्सा, एक्स किरणो से आदि।
भारत में कैंसर
भारत में कैंसर एक समस्या जहा पर लोगो को ज्यादतार कम जानकारी की वजह से सही समय पर इसका इलाज नहीं करवा पाते है। इसलिए भारत में कैंसर मरीज की संख्या में वृद्धि होती जा रहीं है। जो बाकी देशों से जायदा है। और ज्यादातर लोगो को सही इलाज नहीं भी मिल पाता है।