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इंडियन एजुकेशन सिस्टम और उनमें कुछ समस्याएं

                           इंडियन एजुकेशन सिस्टम



हेलो दोस्तो इंडियन एजुकेशन सिस्टम यह एक सिस्टम है। जिसमें पूरे देश का भविष्य निर्भर करता है। कि आगे जाकर हम क्या बन सकेंगे। और देश कितनी तेज़ी से नए सेक्टर में आगे बडेगा। पर फिर भी आज इंडियन एजुकेशन उस मुकाम नही पहुंच पाया है। आज की बात करू तो स्कूल और कॉलेज बस इन्वेस्टर के लिए मनी अर्न का बहुत बड़ा सोर्स बन चुके है। वैसे सभी ऐस नहीं है। पर ज्यादातर अब ऐसे ही काम कर रहे है। 

इंडियन एजुकेशन में समस्या

समस्या की बात करे तो यह पर अभी भी बहुत कामिया और गड़बड़िया है। यहां चाहे हम स्कूल की समस्याएं की बात करे या फ़िर टीचर की टीचिंग सिस्टम की यहां सिर्फ बच्चो को बस रटने पर फोकस किया जाता है। बस पर उनको कोई प्रेटिकल नॉलेज नहीं दी जाती हैं। ना ही उनके किसी भी टेलेंट को बढ़ावा दिया जाता है। जो रटने में जितना अच्छा होता है। बस उसे ही होशियार मान लिया जाता है। आपको पता है। कि इण्डिया अपने सालाना कुल बजट का 6% शिक्षा पर खर्च करती है। जो अमेरिका के शिक्षा पर किए गए बजट के एकदम बराबर है। पर फिर भी यह हमारे सरकारी स्कूल और कॉलेजों में कुछ भी बदलाव दिखता नही है।




 यहां पर कहीं लड़कियों के लिए साफ टॉलिट नही है। तो कही बैक बोर्ड, कुर्सी और कहीं कही पर तो स्कूल में बस एक या दो ही टीचर नहीं है। इस कारण कुछ पेरेंट अपने बच्चों का प्राइवेट स्कूलों और कॉलेज में अपने बच्चों का दाखिला करवाते है। पर वहा भी समस्या है। उनकी हायर फीस जो हर कोई नहीं दे पाता। अगर कोई दिला भी दे। तो फिर भी बुक, कोर्स, और उनके डोनेशन भी देना पड़ता है। आपको पाता है। कि 2020 में एजुकेशन सिस्टम का कुल उत्पादन 185$ बिलियन था। तो आज कितना बड़ चुका होगा। यह सेक्टर सिर्फ आज इन्वेस्टर के लिए बस पैसा कमाने का एक बढ़िया सोर्स बन चुका है।

इंडियन पेरेंट और सरकारी नौकरी



इडियन पेरेंट की बात करे। जो सिर्फ बस यह चाहते है। कि हमारा बच्चा सिर्फ इंजीनियर, डॉक्टर बन जाए या कोई सरकारी नौकरी पा ले। और बच्चो को बचपन से बस इन्ही केरियार जॉब ऑप्शन पर जोर देने को कहा जाता है। मैं यहां यह नहीं कह रहा। कि पेरेंट बच्चो का बुरा सोच रहे है। पर आप उनके ड्रीम को सपोर्ट कर सकते है। और साथ में स्टडी भी हो सकती है। यहां तक की हमारी सोसाइटी की बात करे। तो वह भी बस इन्ही कैरियर पास फोकस करने को कहती है। और कुछ बचा कुचा हमारे टीचर क औरर देते है। जो बच्चो को कभी यह नहीं सीखते कि कैसे अपना कैरियर चुने। और अगर कोई बच्चा खुद से कोई अलग काम करना चाहता है। तो कोई उनका सपोर्ट नहीं करता है।  क्या आपको पता है। कि इसके दुसरी तरफ USA के एजुकेशन में बच्चो की स्किल पर कम किया जाता है। और उनको केसे आगे जाकर इसमें अपना केरियार बनाया जाए के बारे में बताया जाता है। मैं यह नहीं कहता की उनका सिस्टम बेस्ट है पर हमे अपने सिस्टम में बदलाव करने की जरूरत है।  


बेरोजगारी एक समस्या



जहा अगर भारत की बेरोजगारी की बात करे तो आपको भारत के 10 में से 2 या 3 स्टूडेंटस इंजीनियर है। पर फिर भी वह बेरोजगार है। जहा आज सरकारी स्कूल और अस्पतालो में जगह खाली होने पर भी प्लेसमेंट नही की जा रही है। आपको जानकारी होगी की अभी टोक्यो ओलंपिक में भारत सभी देशों से 48 वे स्थान पर हैं। और भारत ने सिर्फ सात पदक ही जीत पाए। उनमें भी बस एक गोल्ड मेडल है। वही दुसरी ओर अमेरिका 1st प्लेस पर टोटल 113 पदक के साथ है। क्युकी यहां के लोग स्पोर्ट, आर्ट दूसरे केरियर के बारे में सोच ही नहीं पाते है। क्युकी उनको कभी स्पोर्ट और कई ऑप्शन के बारे में बताया ही नहीं जाता है। इससे भारत दिन वा दिन बेरोजगारी जैसी समस्या बढ़ती जा रही है।  

पूरे भारत में शिक्षा का अलग स्तर



भारत की बात करे तो यहां पर शिक्षा का स्तर भी एक जैसा नहीं नही है। सभी राज्यों में अलग अलग शिक्षा प्रणाली चलती है। कही शिक्षा का स्तर काफ़ी कठिन बनाया गया है। तो नही इसका स्तर बस साधारण बनाया गया है। सरकार पूरे भारत में शिक्षा का स्तर एक कर देना चाहिए। और उसे थ्योरी से ज्यादा बच्चो को प्रेटिकल करवाना चाहिए। उनके स्किल को निखारने के लिए बहुत से स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलने चाहिए।

 स्टूडेंट में ज्ञान का अभाव



भारत में ऐसे स्टूडेंट है। जिनके पास बहुत अच्छी स्किल होने के बावजूद उनको नही पता की इसे अपना केरियार केसे बनाएं। बस जैसे ही स्टूडेंट कॉलेज लाइफ में जाते है। तो कॉलेज बाहर लगे कोचिग विज्ञापन देख कर या दोस्तो के साथ बस बिना जानकारी के कोचिग ज्वाइन कर लेते है। क्युकी उनका छोटे से ही पैरेंट द्वारा माइंड सेट बना दिया जाता है। कि आगे जाकर तुमको बस एक सरकारी जॉब लेनी ही है। और अगर वह डॉक्टर या इंजीनियर बन भी जाते पर उनके पास कोई प्रीटिकल प्रेक्टिस नही होती है। वे सही से कम भी नहीं कर पाते है।

कई सारे केरियर ऑप्शन

स्पोर्टस

मोशन ग्राफिक

फोटोग्राफी

डांसिंग

प्रोग्राम डिजाइनर

ब्लोगिग, यूटयूब 



कई सारे ऑप्शन है। इनमें कैसे अपना केरियार बनाएं। आपको इसकी सारी जानकारी,कोर्ससिस इंटरनेट और यूटयूब पर मिल जायेगी।



सरकार भी अब कई सारे कदम उठा रही है। और स्कॉलरशिप प्रोगाम भी चला रही है। लोगो व स्टूडेंट को अवेयर किया जा रहा है। लोग अब दूसरे केरियर ऑप्शन के बारे में सोच रहे है। और अपना कैरियर बना भी रहे है। 


      आशा है कि आपको समझ आ गया होगा। कि इन सभी फिक्स्ड केरियर के बाद भी आपके पास बहुत से केरियर ऑप्शन है। में यह किसी को गलत नही कह रहा हूं। क्युकी किसी को पढ़ना और डॉक्टर, इंजीनियर या टीचर बनाना ही सपना होता है। पर सभी ऐस नहीं चाहते है। और कुछ शायद अलग करना चाहते हो।

 


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